Published on: 16-Dec-2022
कश्मीर के ट्यूलिप विश्वभर में प्रसिद्ध हैं, ऐसे रंग-बिरंगे फूलों का नजारा लेने बड़ी संख्या में लोग कश्मीर तक चले जाते हैं। परंतु इन्हें बड़ी ही आसानी से घर पर उगाया जा सकता है। स्विट्जरलैंड-नीदरलैंड में ट्यूलिप के सबसे बड़े बगीचे स्थित हैं। भारत का सिरमौर कश्मीर ट्यूलिप का उत्पादन करता है, जो कि कश्मीर का मान है। प्रतिवर्ष फरवरी माह में कश्मीर का ट्यूलिप बगीचा खुलता है, परंतु फिलहाल कश्मीर पहुँच ट्यूलिप का मनमोहक नजारा देखना हर किसी के भाग्य में नहीं होता। यदि आप कश्मीर में इनका आनंद नहीं उठा पा रहे, तो चिंतित ना हों। क्योंकि ट्यूलिप को घर पर काफी सुगमता से गमले में भी उगाया जा सकता है। जिन लोगों को बगीचे से लगाव या शौक है, वह फिलहाल में डहेलिया, लिलियम, गुलाब और ट्यूलिप के पौधे अधिक उगाते हैं। अब हम जानेंगे की ट्यूपिल को घर पर उगाने का आसान तरीके के बारे में।
ट्यूलिप की प्रसिद्धि की क्या वजह है ?
हालाँकि विश्व में ट्यूलिप की सैंकड़ों की तादात में किस्में उपलब्ध हैं। यह रंग-बिरंगे फूल सर्दियों में उगाये जाते हैं, जिसके उपरांत बसंत ऋतु से गर्मी के आरंभ तक ये मनमोहक रूप से खिलखिलाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। ट्यूलिप तुर्की एवं अफगानिस्तान का राष्ट्रीय फूल है। बहुत लोगों को ट्यूलिप का बेहद शौक होता है, जिस वजह से वह स्विट्जरलैंड तक पहुंच जाते हैं। ट्यूलिप दिखने में बेहद आश्चर्यजनक व अच्छी सुगंध वाला होता है। यह इतना अच्छा होता है, काफी बॉलीवुड फिल्में भी ट्यूलिप बगीचे में बनाई गई हैं।
सूरजमुखी की भाँति उजाले की ओर झुकना ही इन फूलों का स्वभाव है। यह फूल हर जगह अपनी खूबसूरती से सबका मन मोह लेता है। दरअसल हम इन्हें स्वयं भी बगीचे में उगा सकते हैं।
ऐसे करें गमले को तैयार
ट्यूलिप के फूलों का आनंद लेने हेतु एक गमले में एक ही बल्ब मतलब ट्यूलिप का बीजारोपण करना चाहिए। इसकी वजह से बल्ब को बेहतर प्रगति मिलती है, जिसके हेतु सर्वप्रथम प्लांट मिक्स तैयार करें।
ट्यूलिप उगाने हेतु गमले में रेतीली मिट्टी का उपयोग करें एवं
गोबर की खाद,
वर्मी कंपोस्ट एवं कोकोपीट बेहतर तरीके से मिलाकर गमले में आधे से कुछ अधिक भरें।
ट्यूलिप को छायादार स्थान पर उगायें, इस मध्य मृदा शीतल होनी चाहिए, जिसके लिए पूर्णरात्रि गमले को छत अथवा बालकनी में रख दूसरे दिन बुवाई करें।
रोपण कैसे करें
ट्यूलिप के बल्ब जहां से अंकुरित होते हैं, वह हिस्सा नीचे की ओर रखें एवं गमले के मध्य में रख बेहतर ढंग से ढंक दें। एक बात का विशेष ख्याल रखें, कि बुवाई से पूर्व मिट्टी में कुछ मॉइश्चर यानी नमी आवश्यक है, जिससे पौधा बनने में सुगमता हो। देखभाल के लिए ध्यान रहे, कि ट्यूलिप शीत क्षेत्रों का पुष्प है, नॉर्थ इंडिया में इसे सर्दियां आने पर उगा सकते हैं। ट्यूलिप बल्ब सहित इसका प्लांटर तैयार करने के उपरांत इसको बालकनी, गार्डन की छायादार जगह अथवा छत पर रखें।