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बिहार इन बागवानी फसलों के उत्पादन में प्रथम स्थान पर बना हुआ है

Published on: 28-May-2023

बिहार राज्य में 36.67 हजार हेक्टेयर में लीची का उत्पादन किया जाता है। प्रति वर्ष 308 हजार मैट्रिक टन से अधिक लीची की पैदावार होती है। यहां से पूरी दुनिया में शाही लीची का भी निर्यात होता है। बिहार राज्य के किसानों ने अपने अथक परिश्रम से प्रदेश का नाम रोशन किया है। शाही मखाना, लंबी भिंडी, मशरूम और लीची की पैदावार के मामले में बिहार भारत का नंबर एक प्रदेश है। यह सब मुमकिन हो पाया है, राष्ट्रीय बागवानी मिशन और मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के सहयोग से। क्योंकि, प्रदेश सरकार में बागवानी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए किसानों को अनुदान दे रही है। ऐसी हालत में किसान पारंपरिक खेती करने की जगह बागवानी फसलों की खेती की तरफ रूख कर रहे हैं। प्रदेश में किसान भिंडी, बैगन, आलू, टमाटर और लोकी के साथ-साथ सेब और अंगूर का भी उत्पादन कर रहे हैं। इससे किसानों की आमदनी में काफी इजाफा हुआ है।

बिहार ने 2021-22 के दौरान कितने टन मशरूम की पैदावार की है

जानकारी के अनुसार, बिहार ने वर्ष 2021-22 के वक्त अकेले 28000 टन से ज्यादा मशरूम की पैदावार की है, जो कि पूरे भारत में मशरूम की पैदावार का 10.82 प्रतिशत है। साथ ही, महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है, जबकि ओडिशा तीसरे स्थान पर है। विशेष बात यह है, कि बिहार में उत्पादित किए जाने वाली मशरूम की मांग पूर्वोत्तर राज्यों के साथ- साथ उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी खूब है। ये भी देखें: बिहार में मशरूम की खेती कर महिलाएं हजारों कमा हो रही हैं आत्मनिर्भर

किसान भाइयों को 50 फीसदी अनुदान प्रदान किया जा रहा है

बिहार में किसान अधिकाँश हरी सब्जियों की खेती करते हैं। वर्तमान में यहां की सब्जियों का निर्यात नेपाल में किया जाएगा। मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के अंतर्गत पपीता, आम, कटहल, जामून, अमरूद, सेब, लीची और केला की खेती करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मशरूम की खेती करने वाले किसान भाइयों को भी सरकार की ओर से अनुदान मिलता है। यही वजह है, कि प्रदेश में मशरूम समेत सब्जियों का उत्पादन करने वाले कृषकों की तादात बढ़ रही है, जिसका प्रभाव उत्पादन में दिखाई पड़ रहा है।

आलू की पैदावार में बिहार की हिस्सेदारी कितने फीसदी है

इस प्रकार बिहार लंबी भिंडी की पैदावार में भी देश का एक नंबर राज्य है। यह अकेले भारत में कुल उत्पादन का 13% प्रतिशत लंबी भिंडी उत्पादित करता है। इसी प्रकार आलू उत्पादन में बिहार की भागीदारी 17.1 फीसद है। तो वहीं यह 12.6% प्रतिशत शहद का उत्पादन करता है।

मखाने की पैदावार में बिहार की कितने फीसद हिस्सेदारी है

बिहार राज्य में 36.67 हजार हेक्टेयर में लीची का उत्पादन किया जाता है। प्रतिवर्ष 308 हजार मैट्रिक टन से अधिक लीची की होता है। यहां से पूरी दुनिया में शाही लीची का भी निर्यात होता है। इसी प्रकार संपूर्ण विश्व में सबसे ज्यादा मखाने की खेती भी बिहार में ही की जाती है। यह कुल पैदावार का अकेले 80 प्रतिशत मखाने का उत्पादन करता है। बतादें, कि भारत में मखाना उत्पादन में बिहार की भागीदारी 85 प्रतिशत है।

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