भारतीय मौसम विभाग के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मौसम भविष्यवाणी केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम केन्द्र के अनुसार: दक्षिण पश्चिम मानसून कर्नाटक के दक्षिणी हिस्से के कुछ और हिस्सों, रायलसीमा के कुछ भागों, तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों, समूची दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी, पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और भागों, समूची पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम के कुछ भागों और उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों की तरफ बढ़ गया है।
मानसून का उत्तरी दायरा (एनएलएम) अब कारवाड़, शिमोगा, तुमकुरू, चित्तूर और चेन्नई के रास्ते गुजर रहा है। दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए ऐसी अनुकूल स्थितियां बन रही हैं जिससे वह अगले 23 दिन के दौरान मध्य अरब सागर, गोवा, कोंकण के कुछ भागों, कर्नाटक के कुछ और हिस्सों, रायलसीमा, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, तटीय आन्ध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और भागों और उत्तर पूर्व के कुछ हिस्सों की तरफ बढ़ जाएगा। इसके बाद ऐसी अनुकूल स्थितियां बन सकती हैं जब दक्षिण पश्चिम मानसून अगले 2 दिन के दौरान महाराष्ट्र के कुछ और भागों, कर्नाटक के कुछ और भागों, तेलंगाना के कुछ भागों, तटीय आन्ध्र प्रदेश के कुछ और भागों, बंगाल की खाड़ी शेष हिस्सोंऔर उत्तर पूर्वी राज्यों, सिक्किम, ओडिशा के कुछ भागों और गंगा के तटीय पश्चित बंगाल की तरफ बढ़ जाए।
पश्चिमी विक्षोभ कम दबाव वाले क्षेत्र में कायम रहेगा। साथ ही उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उसके पड़ोस, उत्तर पंजाब, बिहार और इससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर पूर्वी उत्तर प्रदेश और पड़ोस तथा मध्य गुजरात में चक्रवाती चक्कर के रूप में बना हुआ है। चक्रवाती तूफान जो पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और आसपास उत्तरी अंडमान सागर से सटे क्षेत्र पर स्थित था अब पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में टिका हुआ है। इसके प्रभाव से, अगले 48 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटे के दौरान अधिक सुस्पष्ट होने की संभावना है।
समुद्र तल के स्तर से 5.8 किलोमीटर ऊपर केरल तट से दूर दक्षिण पूर्वी अरब सागर पर चक्रवाती तूफान बना हुआ है। पूर्वी विदर्भ और उसके पड़ोस में चक्रवाती तूफान समुद्र तल के स्तर से 0.9 किलोमीटर तक ऊपर है और कम स्पष्ट है। इस बीच, अगले पांच दिन के लिए सामान्य मौसम की भविष्यवाणी (12 जून 2020 को सुबह 08:30 बजे तक): अगले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन दिन के दौरान तापमान में 2-4°से. के बढ़ोतरी होगा। उत्तर पश्चिमी भारत में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है।