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फसलों की होगी अच्छी कटाई, बस ध्यान रखनी होंगी ये बातें

Published on: 24-Feb-2023

हमारा देश एक कृषि प्रधान देश कहलाता है. जहां पर बड़ी मात्रा में लगभग हर हिस्से में खेती की जाती है. देखा जाए तो यह मौसम रबी की फसलों का है. हालंकि कीं सर्दियों के मौसम से लेकर बारिश के मौसम के बीच में इसकी फसलों की बुवाई की है, बात फसलों की कटाई की करें, तो रबी की फसलों की कटाई मार्च के महीने से अप्रैल महीने के बीच की जाती है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि, फसलों की कटाई तो सभी कर लेते हैं, लेकिन क्या वो इससे जुड़ी बातों का ध्यान रख पाते हैं? तो आपको बता दें कि, खेती किसानी में फसलों की कटाई बेहद महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है. हालांकि आजकल श्रमिकों कि उपलब्धता और बहुत ज्यादा श्रमिकी किसानों के लिए बेहद गंभीर समस्या बनकर सामने आ रही है. परम्परागत रूप से कटाई का महीनों तक हलने वाला काम अब मशीनों की मदद से बेहद कम दिनों में पूरा हो जाता है. अगर फसलों की समय पर कटाई नहीं की गयी तो उनके खराब होने की आशंका बढ़ जाति है. साथ ही अगली फसल की बुवाई में भी देरी हो जाती है. जिससे किसानों को फसलों की उपज कम मिलती है. अज के समय में कटाई के लिए काफी मशीनों का विकल्प बाजार में उपलब्ध है. फसलों की कटाई के लिए किसान उन्नत हंसिया, पैदल चलाने वाला वर्टिकल कन्वेयर रीपर, बैठकर चलाने वाला कन्वेयर रीपर का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा किसान चाहे तो पॉवर टिलर चलित रीपर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं अगर आप दांतेदार हसिया का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कम मेहनत करनी पड़ सकती है. इससे उत्पादकता भी बढ़ती है. इतना ही नहीं कटाई के बाद किसान यंत्रों के इस्तेमाल से फसलों की गहाई भी कर सकते हैं. वहीं छोटे किसानों की बात करें तो वो दस अश्वशक्ति वाली गहाई मशीनों का इस्तेमाल अपनी फसलों को काटने में कर सकते हैं. अब ऐसे में ये बात तो हुई फसलों की कटाई में इस्तेमाल किये जाने वाले यंत्रों की. जो आपकी फसल की बढ़िया तरीके कटाई भी करेंगे और निराई करने में भी मदद करेंगे. लेकिन बात जब फसलों की कटाई की ओर ध्यान रखने योग्य बातों की हो, तो उसे नजरअंदाज बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. खेतों में रबी के सीजन की फसलों की कटाई का काम शुरू हो चुका है, इस सीजन की फसलों को उगाने के लिए ज्यादातर कम तापमान की जरूरत होती है. जिस वजह से इसकी बुवाई अक्टूबर से नवंबर के महीने के बीच में होती है. तो चलिए जान लेते हैं, कौन सी फसल की कटाई के वक्त कौन कौन सी बातों पर ध्यान देना जरूरी है.

पकी हो फसल

जब फसल पक जाती है, तो उसकी कटाई की बारी आती है. ऐसी स्थिति में किसान जब भी फसलों को काटने की तैयारी करेंम तो इस बात को सुनिश्चित कर लें कि, वो फसल कटने लायक हुई है या नहीं. आपको इस बात का ज्यादा ध्यान रखना है कि, कटाई के वक्त फसल पूरी तरह से पकी हुई और सूखी होनी चाहिए. इससे कटाई का काम आसान हो जाता है. ये भी देखें: एक घंटे में होगी एक एकड़ गेहूं की कटाई, मशीन पर सरकार की भारी सब्सिडी

मिट्टी न हो ज्यादा गीली

फसलों की कटाई के समय इस बात का भी ध्यान रखन बेहद महत्वपूर्ण है कि, मिट्टी में जरूरत से ज्यादा नमी ना हो. अगर मिट्टी ज्यादा गीली हुई तो कटाई के काम में मुश्किल खड़ी हो सकती है. और फसलें खराब हो सकती हैं.

सहूलियत के हिसाब से करें कटाई

खेती करने वालों में छोटे किसान भी हैं, और बड़े किसान भी. अगर आपकी खेती छोटे स्तर पर है तो आप फसलों की कटाई हाथों से भी कर सकते हैं. वहीं अगर आप व्यापक स्तर पर खेती करते हैं, तो आपको आधुनिक कम्बाइनों की जरूरत पड़ सकती है. हालंकि आजकल बाजार में कई तरह के विकल्प भी उपलब्ध हैं. जिनका इस्तेलाम अगर चाहें तो कर सकते है.

खेतों में न छोड़ें पराली

अगर आपने अपनी फसल की कटाई कम्बाइन से की है तो कटाई के बाद क्काफी हद तक पराली भी रह जाती है. अब ऐसे में बची हुई पराली को ज्यादा देर तक खेतों में नहीं छोड़ना चाहिए. क्योंकि इससे वो जरूरत से ज्यादा सूख जाएगी. जिस वजह से उसकी तुड़ी कम बनती है.

ना जलाएं पराली

फसल की कटाई के बाद गेंहूं की बची हुई पराली को काफी किसान आग लगा देते हैं. जोकि करना बिलकुल गलत है. पराली को कभी भी नहीं जलाना चाहिए. इससे मिट्टी के अंदरूनी हिस्से के साथ साथ अच्छे और जरुरतमन्द कीटों और वातावरण को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचता है.

मशीन के काट रहे हैं फसल तो रहें सावधान

अगर आप मशीन की मदद से फसल काट रहे हैं, तो आपको ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आगजनी की सबसे ज्यादा घटनाएं बिजली के शार्ट सर्किट की वजह से होती हैं. ऐसी स्थिति में किसान अपनी फसलों के ढेर को बिजली लेने के आस पास ना रखकर दूर रखें. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें की फसल काटने वाली कम्बाइन की ऊंचाई ज्यादा होती है. इसलिए बिजली की लाइन वाली क्षेत्र में जब भी फसल काटें तो तारों पर जरुर ध्यान रखें. इस सीजन में गेहूं की फसल की कटाई का काम तेजी से हो रहा है. बात रबी की फसल की कटाई की करें, तो किसान भी खेतों में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं. गेहूं के अलावा, सरसों और मोटे अनाजों की कटाई का काम जोरों पर किया जा रहा है. बता दें फरवरी के मौसम में ही गर्मी ने अपने तेवर दिखने शुरू कर दिए हैं. जिस वजह से तापमान भी बढ़ना शुरू हो गया है. जिसका असर खेतों में कड़ी फसलों पर पड़ रहा है. जिस वजह से अधिकांश क्षेत्रों में फसलों की कटाई शुरू हो चुकी है.

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