इस वर्ष खरीफ सीजन में विनाशकारी वर्षा चल रही है, जिसने भारत की धान की फसलों पर कहर बरपाया है।
लगातार तीन सप्ताह से, किसान निराशा में देखते रहे कि उनकी फसलें गिर गईं, जमीन पर गीली हो गईं और पानी में डूब गईं।
इससे भी बदतर यह है कि इन क्षतिग्रस्त फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत कवर नहीं किया गया है, जिससे किसान असुरक्षित हैं।
भारत के कृषि क्षेत्र पर प्रभाव चिंताजनक है, जिससे लाखों किसानों की आजीविका और देश की खाद्य सुरक्षा को खतरा है।
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इन मुद्दों को हल करने, प्रभावित किसानों को सहायता प्रदान करने और भारत के कृषि क्षेत्र की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
लेखक,
डॉ वीरेन्द्र सिंह गहलान,
भैषज्य उत्पादक कृषि विज्ञानी