महाराष्ट्र राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने प्रदेश में करीब १६ लाख से ज्यादा किसानों को ६२५५ करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पांच दिनों के अंतराल में किसानों के लिए सहायक धनराशि उनके बैंक खातों में भेज दिया जायेगा। बतादें कि मूसलाधार बारिश एवं बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से प्रदेश के किसानों की फसल में बेहद नुक़सान हुआ है।
प्रदेश के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार का कहना है, कि १६ लाख ८६ हजार ७८६ किसानों को ६२५५ करोड़ रुपये का मुआवजा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनियों ने हाल में की, बची हानि से आहत किसानों को १६४४ करोड़ रुपये की सहायक धनराशि अतिशीघ्र जमा की जाएगी। सरकार ने कहा है कि जो भी किसान फसल बीमा का भुगतान करेगा उसको हर कीमत पे इसका लाभ मिलेगा।
कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बताया कि खरीफ सीजन २०२२ में अप्रत्याशित बरसात व असमय बाढ़ से फसल बुरी तरह बर्बाद हुई है, बीमा कंपनी द्वारा तय की गयी आर्थिक सहायता के अनुरूप कार्य पूर्ण हो। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बताया कि भारतीय कृषि बीमा कंपनी के माध्यम से 1.२४० करोड़ रुपये, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड से २१३ करोड़ ७८ लाख रुपये, एचडीएफसी से ६ करोड़ ९८ लाख रुपये, यूनाइटेड इंडिया से १६६ करोड़ ५२ लाख रुपये एवं बजाज आलियांज से १६ करोड़ २४ लाख की धनराशि दी गयी है। किसानों के बैंक खाते में शेष धनराशि का भुगतान अतिशीघ्र शुरू किया जाए। हाल ही में बीमा कंपनियों द्वारा अभी तक १६ लाख ८६ हजार ७८६ किसानों को ६२५५ करोड़ रुपये वितरित किये हैं।
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कृषि मंत्री ने किसानों को पूर्ण आश्वस्त करते हुए बताया है कि जिन किसानों की फसल अतिवृष्टि एवं प्राकृतिक आपदाओं के चलते प्रभावित हुई है, सरकार उनको जल्द ही सहायता राशि प्रदान करेगी, जिससे उनको किसी आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े। बतादें कि कुछ किसानों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से फसलों में हुई हानि को सूचित किया है। जिसका सर्वेक्षण किया जा रहा है, उन्होंने यह भी बताया कि जो भी किसान यदि दो बार पंजीयन करेगा तो उसको किसी भी कीमत पर कोई पुनः राशि अदा नहीं की जाएगी। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार द्वारा बीमा कंपनियों को भी इस मामले में सतर्कता बरतने को कहा है। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि आगामी 5 दिनों के अंतराल में जिन किसानों को हानि हुई जिनके खाते में बीमा की धनराशि भेज दी जाएगी।