सामान्य तौर पर सबका मानना है, कि एक पेड़ पर एक ही किस्म का फल प्राप्त होता है। परंतु, क्या आपको मालूम है कि एक ऐसी तकनीक है, जिसके माध्यम से हम एक पेड़ से बहुत सारे फल अर्जित कर सकते हैं।
आइए इस लेख में आगे हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे। आपकी जानकारी के लिए बतादें कि कुछ लोगों को घरों में अथवा गार्डेन में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाने का शौक होता है।
गार्डेनिंग का शौक रखने वाले नर्सरी से विभिन्न किस्मों के पौधे लाकर अपने बगीचे में रोपते हैं। ऐसे शौकीन लोगों के लिए ग्राफ्टिंग तकनीक बेहद ही फायेदमंद साबित होती है। हालांकि, यह तकनीक कृषि क्षेत्र में भी काफी कारगर होती है।
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि ग्राफ्टिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसमें दो पौधों को जोड़ कर एक नया पौधा तैयार किया जाता है, जो मूल पौधे की तुलना में अधिक पैदावार प्रदान करता है।
ग्राफ्टिंग विधि द्वारा तैयार किये गए पौधे की खासियत यह है कि, इसमें दोनों पौधों के गुण और विशेषताएं रहती हैं। आपकी जानकारी के लिए बतादें कि, ग्राफ्टिंग तकनीक का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के पौधों को तैयार करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल आम, जामुन, गुलाब, सेब एवं संतरे जैसे बहुत सारे बारहमासी पौधो पर किया जाता है।
अब रूट स्टॉक और सायन को एक दूसरे से जोड़ने के लिए दोनों के सिरों को 1-5 इंच तक चाकू के माध्यम से तिरछा काटें। इसके उपरांत सायन के तिरछे कटे भाग को रूट भंडार के कटे हिस्से के ऊपर लगाते हैं।
उसके पश्चात दोनों कटे हुए भागों को आपस में जोड़कर एक टेप की सहायता से बाँध देते हैं। इसके उपरांत रूट स्टॉक और सायन ऊतक आपस में जुड़ने लग जाते हैं। इस विधि के माध्यम से पौधों की उन्नति होनी चालू हो जाती है। इस तरह इस विधि द्वारा पौधों को विकसित कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: आप अपने बगीचे के अंदर इन महकते मसालों के पौधे उगाकर अपनी रसोई में उपयोग कर सकते हैं