इस योजना के तहत सोलर पंप की स्थापना के लिए 60 प्रतिशत सब्सिड़ी प्रदान की जाती है ?

Published on: 30-Dec-2023

कृषक भाइयों के फायदे के लिए सरकार निरंतर विभिन्न योजनाऐं संचालित करती है। कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए सरकार कुसुम योजना चला रही है, जिसका आप फायदा उठा सकते हैं। सोलर पंप एक ऐसा साधन है, जिससे किसान भाइयों को बिजली बिल से सहूलियत मिलती है। ये पर्यावरण के लिए भी काफी फायदेमंद है। सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप स्थापित कराने के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है। अगर हम इसकी लागत की बात करें तो ये खेती में सिंचाई की आवश्यकताओं, खेत की मृदा की प्रकृति एवं सोलर पंप की क्षमता पर निर्भर होती है। सोलर पंप की स्थापना के लिए आप सरकार की योजनाओं का भी फायदा उठा सकते हैं। सरकार बहुत सारी योजनाओं के अंतर्गत कृषकों को सोलर पंप लगवाने के लिए अनुदान देती है।

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कुसुम योजना के तहत कितने प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है 

बतादें, कि कुसुम योजना भी इन्हीं में से एक है। इस योजना के अंतर्गत कृषकों को सोलर पंप की स्थापना के लिए 60% प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये पंप कृषकों के अतिरिक्त पंचायतों एवं सहकारी समितियों को भी निशुल्क मुहैय्या कराए जाते हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार अपने खेतों के आसपास सोलर पंप संयंत्रों की स्थापना के लिए लागत का 30 फीसद तक ऋण मुहैय्या कराती है। यही, वजह है कि कृषकों को इस परियोजना पर सिर्फ दस फीसद खर्च करना पड़ेगा। इस योजना से कृषकों की सिंचाई की दिक्कतें हल हो सकती हैं। साथ ही, कृषकों को बिजली अथवा डीजल पंपों से सिंचाई करने पर ज्यादा धन खर्च करना होता है।

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कुसुम योजना का लाभ लेने हेतु आवश्यक दस्तावेज 

  • लाभार्थी किसान का आधार कार्ड
  • लाभार्थी किसान का राशन कार्ड
  • लाभार्थी किसान की बैंक अकाउंट डिटेल्स
  • सोलर पंप का उपयोग करने से होने वाले लाभ
  • सोलर पंप के जरिए खेती करने से बिजली की जरूरत नहीं होती, जिससे किसानों को बिजली बिल से छुटकारा मिलता है। 
  • सोलर पंप पर्यावरण के लिए भी अत्यंत फायदेमंद होती हैं, क्योंकि इनसे प्रदूषण नहीं फैलता है। 
  • सोलर पंप का खर्चा काफी कम होता है और इनका रख-रखाव भी काफी सामान्य रहता है। 

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