Published on: 21-Nov-2023
दुग्ध उत्पादन करके पशुपालक काफी अच्छा मुनाफा हांसिल करते हैं। जाफराबादी भैंस का नाम गुजरात के जाफराबाद इलाके पर पड़ा है। क्योंकि, इसकी उत्पत्ती जाफराबाद में हुई है। जाफराबादी भैंस बाकी भैंस के मुकाबले में अधिक दिनों तक दूध देती है। पशुपालक इसका पालन दूध उत्पादन क्षमता के लिए करते हैं। क्योंकि, ये बाकी भैंसों की तुलना में अधिक दूध देती है।
भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में खेती एवं पशुपालन की काफी प्राचीन परंपरा है। विशेषकर विगत कुछ वर्षों में पशुपालन की ओर किसानों का रुझान बड़ी ही तीव्रता से बढ़ा है। खेती के पश्चात ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आमदनी का यह दूसरा प्रमुख हिस्सा है। पशुपालन के माध्यम से किसान काफी शानदार मुनाफा हांसिल कर रहे हैं। सामान्य तौर पर किसान गाय अथवा भैंस पालना ज्यादा पसंद करते हैं। क्योंकि, इनके दूध के माध्यम से किसान शानदार मुनाफा अर्जित कर हैं। दूध की बढ़ती मांग को मद्देनजर रखते हुए विगत कुछ समय में गाय-भैंस पालन का चलन तेजी से बढ़ा है। इसके साथ-साथ इसी मांग के जरिए डेयरी बिजनेस भी काफी बढ़ रहा है।
जाफराबादी भैंस की कद काठी
हालाँकि, गाय एवं भैंस की सारी प्रजातियां ही एक से बढ़कर एक हैं। परंतु,
भैंस की एक नस्ल ऐसी है, जिसकी काफी ज्यादा चर्चा की जाती है। भैंस की इस नस्ल को भैंसों का 'बाहुबली' भी कहा जाता है। क्योंकि, ये भैंस दिखने में काफी हट्टी खट्टी होती है। खास बात यह है, कि इसकी दुग्ध उत्पादन क्षमता बाकी गाय-भैसों की तुलना में काफी ज्यादा है। जी हां, हम बात करें रहे हैं, भैंस की जाफराबादी नस्ल के बारे में। ऐसे में यदि आप भी डेयरी व्यवसाय के माध्यम से मोटा मुनाफा अर्जित करना चाहते हैं, तो जाफराबादी नस्ल की भैंस आपके लिए अच्छा विकल्प है।
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जाफराबादी भैंस की दुग्ध उत्पादन क्षमता और कीमत
जाफराबादी भैंस की उत्पत्ति गुजरात के सौराष्ट्र इलाके से हुई है। यह गुजरात के गिर के जंगलों एवं आसपास के इलाकों, जैसे जामनगर, पोरबंदर, अमरेली, राजकोट, जूनागढ़ और भावनगर जनपदों में पाई जाती है। भैंस की इस नस्ल का नाम गुजरात के अमरेली जनपद के जाफराबाद क्षेत्र के नाम पर पड़ा है। यहां जाफराबादी भैंसों की नस्ल बड़ी तादात में देखने को मिलती है। जाफराबादी भैंस का वजन बेहद भारी होता है। दूध का व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए भैंस की ये नस्ल किसी हीरे से कम नहीं है। क्योंकि, ये भैंस प्रतिदिन 20 से 30 लीटर तक
दुग्ध उत्पादन करती है, जिससे किसानों को काफी अच्छा मुनाफा होता है। वहीं अगर इसकी कीमत की बात करें तो भैंस की इस नस्ल की कीमत 90 हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक होती है। जाफराबादी भैंस की अधिक दूध उत्पादन क्षमता के चलते ही यह इतनी ज्यादा महंगी कीमत पर बिकती है। इसे भावनगरी, गिर अथवा जाफरी के नाम से भी जाना जाता है।