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किसानों के लिए मिशन अमृत सरोवर बनेगा ढ़ाल, ये मिशन सूखे की समस्या को खत्म करेगा

Published on: 07-Dec-2023

मिशन अमृत सरोवर ग्रामीण विकास मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एवं तकनीकी संगठनों की हिस्सेदारी के साथ "संपूर्ण सरकार" दृष्टिकोण पर आधारित है।  दिन-प्रतिदिन पानी की समस्याओं से लड़ रहे कृषकों और ग्रामीणों के लिए सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना का आरंभ किया है। इस योजना का नाम है, अमृत सरोवर योजना। यह योजना जल संरक्षण तथा सूखे जैसी भयानक स्थिति से जूझने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लाई गई है। इस योजना के मुताबिक, 15 अगस्त 2023 तक भारत भर के हर एक जनपद में 75-75 तालाबों का निर्माण किया जाना था। इससे गर्मी के दिनों में होने वाले भूजल की गिरावट को काफी हद तक काबू में किया जा सकेगा।

मिशन अमृत सरोवर की प्रमुख विशेषताएं क्या-क्या हैं ? 

मिशन अमृत सरोवर 24 अप्रैल 2022 को जारी किया गया और 15 अगस्त 2023 को पूर्ण हुआ। इसका लक्ष्य भारत के हर एक जनपद में 75 अमृत सरोवर (तालाब) का विकास, मरम्मत करना है, जिससे भारत भर में कुल मिलाकर तकरीबन 50,000 अमृत सरोवर होंगे। मिशन अमृत सरोवर 15 अगस्त 2023 को पूर्ण हो चुका है। दरअसल, मिशन अमृत सरोवर ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, पर्यावरण, जल शक्ति मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और तकनीकी संगठनों की हिस्सेदारी के साथ "संपूर्ण सरकार" दृष्टिकोण पर आधारित है। 

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इस राज्य सरकार ने देश के सरोवरों को सुंदर और संरक्षित करने की कवायद शुरू करदी है इस मिशन के अंतर्गत भारत के हर जनपद में कम से कम 75 अमृत सरोवरों का निर्माण अथवा कायाकल्प किया जा सकेगा। हर एक अमृत सरोवर में कम से कम 01 एकड़ का तालाब क्षेत्र होगा, जिसकी जल धारण क्षमता तकरीबन 10,000 घन मीटर होगी। हर एक अमृत सरोवर नीम, पीपल एवं बरगद इत्यादि वृक्षों से घिरा होगा। प्रत्येक अमृत सरोवर सिंचाई, मछली पालन, बत्तख पालन, सिंघाड़े की खेती, जल पर्यटन एवं बाकी गतिविधियों जैसे बहुत सारे उद्देश्यों के लिए पानी का इस्तेमाल करके आजीविका सृजन का स्रोत होगा। अमृत सरोवर उस क्षेत्र में एक सामाजिक मिलन स्थल के तोर पर भी कार्य करेगा। मिशन अमृत सरोवर आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान की गई कार्रवाई का एक स्पष्ट उदाहरण है।  प्रत्येक अमृत सरोवर स्थल हर एक स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का स्थान है। मिशन अमृत सरोवर में स्वतंत्रता सेनानी अथवा उनके परिवार के सदस्य, शहीदों के परिवार के सदस्य, पद्म पुरस्कार विजेता जुड़े हुए हैं। मिशन अमृत सरोवर राज्यों एवं जनपदों के जरिए से विभिन्न योजनाओं जैसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी एनआरईजीएस), 15वें वित्त आयोग अनुदान, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना उपयोजनाएं जैसे वाटरशेड विकास घटक, हर खेत के अभिसरण के साथ कार्य करता है। मिशन अमृत सरोवर बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए जल संरक्षण, लोगों की हिस्सेदारी और जल निकायों से निकाली गई मृदा के उचित इस्तेमाल पर केंद्रित है। रेल मंत्रालय, सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय एवं बुनियादी ढांचा परियोजना विकास के लिए लगी बाकी सार्वजनिक एजेंसियां भी अमृत सरोवर से निकली मृदा, खाद के उपयोग के उद्देश्य से मिशन में शम्मिलित हैं।

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