देश में ऑयल पाम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल पाम योजना की शुरुआत की है।
इसके अंतर्गत, छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर के कांकेर में 12 अगस्त तक एक मेगा वृक्षारोपण अभियान चलेगा, जिसमें 200 हेक्टेयर क्षेत्र में 143 पौधे लगाए जाएंगे।
सहायक संचालक उद्यान ने बताया कि इस वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा।
ऑयल पाम की खेती से किसानों को प्रति हेक्टेयर सालाना लगभग 2 लाख 65 हजार रुपये की आय होगी, जो 25 से 30 साल तक जारी रहेगी।
इस योजना के तहत किसानों को मिलने वाला अनुदान पी.एफ.एम.एस. पोर्टल के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में जमा किया जाएगा।
ये भी पढ़ें: गेंदे की खेती पर इस राज्य के किसानों को सरकार देगी 70 प्रतिशत सब्सिडी
ऑयल पाम की खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर पौध सामग्री के लिए 20 हजार रुपये और रखरखाव के लिए 5 हजार 250 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
साथ ही, अंतरवर्ती फसल के लिए भी 5 हजार 250 रुपये का प्रावधान है। यदि किसी किसान ने 2 हेक्टेयर से अधिक ऑयल पाम लगाया है और उसके पास सिंचाई के साधन या बिजली की उपलब्धता नहीं है, तो प्रति बोरवेल 50 हजार रुपये या 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
2 हेक्टेयर या उससे अधिक ऑयल पाम लगाने वाले अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, लघु, सीमांत, और महिला किसानों को आवश्यकता अनुसार 15 एच.पी. तक का डीजल इलेक्ट्रिक पंप लगाने पर 22 हजार 500 रुपये प्रति पंप का अनुदान दिया जाएगा।
प्रति हेक्टेयर पौध परिवहन के लिए 2 हजार 860 रुपये, पौध संरक्षण के लिए 2 हजार 500 रुपये का अनुदान मिलेगा, और वर्मी कम्पोस्ट यूनिट की लागत का 50 प्रतिशत या 15 हजार रुपये प्रति यूनिट का अनुदान भी दिया जाएगा।