Published on: 15-Dec-2022
केंद्र सरकार की निःशुल्क राशन योजना इसी माह में समाप्त हो सकती है। इसकी वजह यह है, कि सरकार के पास वितरण करने हेतु बेहद सीमित अनाज उपलब्ध है। नतीजतन सरकार की निःशुल्क राशन योजना इसी महीने बंद होने की संभावना है। सरकार का यह भी कहना है, कि फिलहाल अनाज वितरण की कोई खास वजह निकट भविष्य में दिखाई भी नहीं दे रही है। साथ ही, खुले बाजार में गेहूं की कीमत में वृद्धि सरकार को विवश कर सकती है, कि वह अपने अनाज भंडारण से कुछ गेहूं बाजार में बेचे। जिससे आपूर्ति सामान्य हो सके एवं गेहूं के बढ़ते मूल्यों पर कुछ नियंत्रण किया जा सके।
गेंहू का कितना भाव बढ़ा है
विगत दो माह के चलते खुले बाजार में गेहूं का भाव १३ प्रतिशत से अधिक हो चुका है। लगभग दो माह पूर्व दिल्ली में गेहूं २५६० रुपए प्रति क्विंटल पर विक्रय किया जा रहा था। परंतु फिलहाल मूल्य २९०० रुपए से अधिक बना हुआ है और गेहूं के भावों में आयी इस वृद्धि से आटा भी महंगा हो गया है। गेहूं की वजह से आटे का भी महंगा होना सरकार के लिए समस्या खड़ी कर सकता है। इससे निपटने के लिए सरकार स्वयं के भंडारण से खुले बाजार में गेहूं विक्रय करना पड़ेगा।
कुछ खबरों के अनुसार, यह दावा भी किया गया है, कि आगामी दिनों में सरकार स्वयं के भंडार से २०-३० लाख टन गेहूं खुले बाजार में विक्रय कर सकता है। यह भी ज्ञात रहे, कि केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त राशन योजना पीएमजीकेएवाई
(PMGKAY) के माध्यम से राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को अभी तक करीब ३.९१ लाख करोड़ रुपये की खाद्य सब्सिडी के साथ १,११८ लाख टन खाद्यान्न आवंटित किया है।