देश में रबी की फसलों की बुवाई का समय चल रहा है। इस दौरान किसानों के द्वारा खाद की भरपूर मांग की जा रही है। देश के लगभग सभी राज्यों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है, जिससे किसानों को इस बार आसानी के खाद उपलब्ध कारवाई जा रही है। रबी की फसलों की बुवाई के दौरान किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए 2 नवंबर को केंद्रीय कैबिनेट और आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने कई अहम फैसले लिए हैं।
इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि पोषक तत्व आधारित नए उर्वरकों को किसानों को वितरित किया जाएगा। ये उर्वरक किसानों को सस्ती और रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्रीय कैबिनेट और आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे थे। इस बार पीएम नरेंद्र मोदी ने फर्टिलाइजर (Fertilizer) पर 51875 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान करने की स्वीकृति दी है। यह सब्सिडी किसानों के लिए 1 अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक के लिए स्वीकृत की गई है।
केंद्रीय कैबिनेट और आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने खाद के नए रेट जारी कर दिये हैं। इस दौरान सरकार ने नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश समेत कई न्यूट्रिएंड बेस्ड उर्वरकों की दामों में कटौती की है। अगर नए दामों की बात करें तो अब नाइट्रोजन 98.02 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेंचा जाएगा। साथ अब फॉस्फोरस किसानों को 66.93 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बाजार में मिलेगा। इसके साथ ही पोटाश की नई कीमत 23.65 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित की गई है तथा अब सल्फर खेती करने के लिए 6.12 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदा जा सकेगा।
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सरकार के इस फैसले की जानकारी उर्वरक मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से साझा की। ट्विटर में उर्वरक मंत्रालय ने साफ किया है कि सरकार के द्वारा फर्टिलाइजर के आयात के मूल्य के आधार पर ही किसानों को सस्ती और रियायती दरों पर उर्वरक उपलब्ध करवाए जाएंगे। उर्वरकों के मूल्य पूरी तरह से फर्टिलाइजर के आयात मूल्य पर निर्भर करेंगे।