मानसून की आहट देख किसानों ने धान की नर्सरी की तैयारी शुरू कर दी है। धान-बीज विक्रेताओं की दुकानों पर धान का बीज खरीदने को किसानों की भीड़ लगने लगी है। नर्सरी में पौध तैयार होते ही धान (Rice Paddy) की रोपाई शुरू हो जाएगी।
किसानों को इस बार भी अच्छी वर्षा की उम्मीद है। जिसे देखकर किसान धान की पैदावार करने के लिए सक्रिय हो गए हैं। हालांकि धान की फसल की रोपाई में अभी वक्त बाकी है, लेकिन धान की रोपाई के लिए किसानों ने नर्सरी की तैयारी शुरू कर दी है।
सिंचाई साधन मौजूद होने पर कुछ किसानों ने तो धान की पौध तैयार करने के लिए खेत तैयार कर लिए हैं। नौहझील ब्लॉक के गांव भालई निवासी किसान जितेन्द्र सिंह ने बताया कि धान की रोपाई समय से होने पर अच्छी उपज की संभावना बनी रहती है। जिससे समय से नर्सरी (पौध) की तैयारी की जा रही है।
मथुरा के गांव मरहला मुक्खा निवासी किसान लेखराज सिंह का कहना है कि धान की उपज के लिए बाजार में विभिन्न प्रजातियों के बीज दुकानदारों द्वारा बेचे जा रहे हैं। अच्छा बीज भी पैदावार के लिए महत्वपूर्ण होता है।
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पौध के अच्छे विकास के लिए धान नर्सरी में प्रति 500 वर्गमीटर क्षेत्र में 5 किलो नाइट्रोजन, 1.60 किलो फास्फोरस, 2.1 किलो पोटाश मिट्टी में डालकर अच्छे से मिला लें। - पौधों के अच्छे अंकुरण के लिए पानी की बेहद जरूरत होती है। शाम के समय नियमित पानी लगाएं - समय-समय पर पौधों पर कीटनाशक छिड़काव भी जरूरी है।
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अगर किसान भाई धान की फसल की करें उचित देखभाल, तो हो जायेंगे मालामाल। ------- लोकेन्द्र नरवार