भारतीय मौसम विभाग ने अगस्त और सितंबर में बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया

Published on: 02-Aug-2024
Updated on: 02-Aug-2024

किसान भाइयों खरीफ का सीजन चल रहा है। मानसून ने दस्तक दे दी और देश के कई हिस्से तो अत्यधिक बारिश और भूस्खलन से काफी आहात हुए हैं। किसानों के पास मौसम की जानकारी पहले से होने की वजह से उनको फसल संरक्षण में काफी सहयोग मिलता है।

बतादें, कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आज 2 अगस्त गुरुवार को अगस्त के महीने में सामान्य वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है। लेकिन अगस्त-सितंबर की अवधि के दौरान 'सामान्य से अधिक' बारिश की भी संभावना व्यक्त की है। जो कि मानसून सीजन के आखिरी महीने में ज्यादा बारिश होने का संकेत देता है।

मौसम के इस अजीब रवैय्ये से किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, सितंबर महीने के आखिरी में खरीफ फसलों की कटाई शुरू हो जाती है। अगर ऐसे समय में बारिश होने की स्थिति में फसल पककर तैयार फसलें खेतों में ही खराब हो जाती हैं।

IMD के महानिदेशक ने प्रेसवार्ता में क्या कहा?

मीडिया खबरों के मुताबिक, आईएमडी के महानिदेशक एम मोहपात्रा ने जुलाई में वास्तविक वर्षा और मानसून के मौसम की दूसरी छमाही के दौरान संभावित वर्षा के बारे में प्रेसवार्ता में कहा कि "अगस्त-सितंबर 2024 के दौरान पूरे देश में वर्षा सामान्य से अधिक (दीर्घ अवधि औसत के 106 प्रतिशत से अधिक) होने की संभावना है। अगस्त से सितंबर की अवधि के लिए दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) 422.8 मि.मी. है।"

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भारत के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश की आशंका

हालांकि, उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के कई हिस्सों और पूर्वी भारत के आसपास के इलाकों - लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ, तथा मध्य और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों के कुछ अलग-अलग इलाकों में सामान्य से कम (एलपीए के 94 प्रतिशत से कम) बारिश हो सकती है।

गौरतलब है, कि आईएमडी ने इस जुलाई महीने के लिए अलग पूर्वानुमान जारी करते हुए भविष्यवाणी की है, कि मध्य और उससे सटे उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भागों, पूर्वी भारत के उत्तर-पूर्व और उससे सटे क्षेत्रों, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर पूरे देश में वर्षा "सामान्य" (एलपीए का 94 से 106 प्रतिशत) होगी।

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