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फसल

बड़ी इलायची की खेती कैसे की जाती हैं ? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

बड़ी इलायची की खेती कैसे की जाती हैं ? जानिए सम्पूर्ण जानकारी

बड़ी इलायची, जो कि ज़िंगिबेरेसी (Zingiberaceae) परिवार का सदस्य है, मुख्य नकदी फसल है जो उप-हिमालयी राज्य सिक्किम और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में उगाई जाती है। बड़ी इलायची को मानव जाति द्वारा उपयोग की जाने वाली सबसे पुरानी मसालों में से एक माना जाता है। सिक्किम बड़ी इलायची का सबसे बड़ा उत्पादक है और यह भारतीय और वैश्विक बाजार में सबसे अधिक योगदान देता है। हाल ही में नागालैंड, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी इसकी खेती शुरू की गई है।बड़ी इलायची की खेती के लिए जलवायुबड़ी इलायची एक छायाप्रेमी पौधा (sciophyte) है और इसका प्राकृतिक आवास उप-हिमालयी...
आड़ू का उत्पादन कैसे किया जाता है जानिए यहां

आड़ू का उत्पादन कैसे किया जाता है जानिए यहां

आड़ू (Peach) एक लोकप्रिय फल है जिसकी खेती मुख्य रूप से पर्वतीय और उप-पर्वतीय क्षेत्रों में की जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम प्रूनस पर्सिका (Prunus persica) है और यह रोज़ेसी (Rosaceae) परिवार का सदस्य है। आड़ू अपने स्वादिष्ट फलों के कारण दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसमें प्रोटीन, शर्करा, खनिज और विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिससे यह पोषण का उत्तम स्रोत बनता है। आड़ू के ताजे फलों का सेवन किया जाता है, साथ ही यह जैम, स्क्वैश, शरबत और अन्य प्रसंस्कृत उत्पादों के निर्माण में भी प्रयुक्त होता है। किसानों के लिए यह एक लाभदायक फसल हो सकती है, बशर्ते...
आलूबुखारा की खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

आलूबुखारा की खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

आलूबुखारा एक महत्वपूर्ण समशीतोष्ण ड्रूप फल है, जो आड़ू के बाद आता है। यह प्रुनस प्रजाति से संबंधित होता है और आड़ू, नेक्टरीन व बादाम से घनिष्ठ रूप से जुड़ा होता है। इसके परिपक्व फलों पर कभी-कभी धूसर-सफेद परत पाई जाती है, जिसे "वैक्स ब्लूम" कहा जाता है। सूखे आलूबुखारा को प्रून के नाम से जाना जाता है। यह मुख्य रूप से निम्न पहाड़ी और उप-पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छी तरह उगाया जाता है।आलूबुखारा के फल विभिन्न खनिज, विटामिन, शर्करा और कार्बनिक अम्लों के उत्कृष्ट स्रोत होते हैं। इनमें प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट की उचित मात्रा भी होती है। उच्च शर्करा युक्त...
रतालू की खेती: किस्में, जलवायु, उर्वरक और उत्पादन

रतालू की खेती: किस्में, जलवायु, उर्वरक और उत्पादन

रतालू एक प्रकार की भूमिगत सब्जी है, जिसका उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। इसे पकाकर, उबालकर, भूनकर, तलकर खाया जाता है। इसके अलावा, रतालू से चिप्स, वेफर और अन्य खाद्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है और मधुमेह, थायरॉइड, कैंसर, बवासीर, उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों के प्रबंधन में सहायक माना जाता है।  रतालू की खेती का विस्तार  रतालू की खेती मुख्य रूप से अफ्रीका में की जाती थी, लेकिन अब भारत के विभिन्न राज्यों में भी इसे उगाया जाने लगा है। राजस्थान में विशेष रूप से उदयपुर संभाग में इसकी...
कमल का फूल और इससे जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

कमल का फूल और इससे जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

कमल का फूल (Lotus) अन्य फूलों से काफी अलग होता है। यह कटिबंधीय और बारहमासी पौधा पानी के गर्म वातावरण में उगता है, इसलिए यह तालाबों, नदियों के किनारे और कीचड़ वाले स्थिर पानी में बेहतर पनपता है। बीजों के अंकुरण से लेकर फूलों के खिलने की प्रक्रिया अन्य फूलों से कुछ भिन्न होती है। कमल का फूल न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सौंदर्य के कारण भी महत्वपूर्ण है। यह पौधा दुनियाभर में मुख्यतः कटिबंधीय और शीतोष्ण क्षेत्रों के तालाबों, नदियों और कीचड़ वाले पानी में उगता है, और यह अत्यधिक चुनौतीपूर्ण वातावरण में भी पनपने की क्षमता रखता है। इसी कारण...